केवल लड़कियों के लिए 10 हजार में बिक रही विधायकी 

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केवल लड़कियों के लिए 10 हजार में बिक रही विधायकी mahila shashktikaran party

दिति बाजपेई/बसंत कुमार

लखनऊ। चुनावी दौर में तथाकथित राजनैतिक दल के नाम ठग मैदान में उतर आये हैं। महिलाओं के शोषण और धन उगाही की दुकान सजा दी गई है। महिलाएं विधायक और मंत्री बनने के लिए संपर्क करें ऐसे विज्ञापन शहर में सजे हुए हैं। महिलाओं को सशक्त बनाने का हवाला देते हुए राजधानी के ही एक व्यक्ति ने महिलाओं के नाम पर पार्टी बनाकर उन्हें विधायक और मंत्री बनाने की लालच दिखाकर उनसे पैसे ठगने और उनका शोषण करने की कोशिश कर रहा है। विधायकी का टिकट देने के नाम 10 हजार रुपये मांगे जा रहे हैं। उसमें चार टिकट बिकवाने पर एक टिकट फ्री तक की स्कीम लागू कर दी गई है।

महिला सशक्ति पार्टी का लगा बोर्ड

राजधानी का पॉश इलाके गौतम पल्ली थाने के करीब में ही महिला सशक्तिकरण पार्टी का बोर्ड लगा हुआ है, जिसपर लिखा हुआ है कि 'मंत्री और विधायक बनने की इच्छुक महिलाएं मिलें'। इच्छुक महिलाओं को नवनिर्मित पार्टी 'महिला सशक्तिकरण पार्टी' की तरफ से उम्मीदवार बनाया जायेगा।

पैसे की उगाही की कोशिश

99 प्रतिशत टिकट महिलाओं को देने की बात करने वाली पार्टी, जो दावा करती है। उस पार्टी की हकीकत जानने के लिए जब गाँव कनेक्शन की संवाददाता ने पड़ताल की तो राजनीति के नाम पर ठगी का एक गंदा चेहरा नजर आया। महिला सशक्तिकरण के नाम पर पैसे की उगाही की कोशिश हो रही है।

ऑफिस में नहीं लगा था बोर्ड

mahila shashktikaran party

महिला सशक्तिकरण पार्टी का ऑफिस राजधानी के रायबरेली रोड पर स्थित संस्कृति एन्क्लेव (फ़्लैट नम्बर 428) के एक किराये के कमरे में बना हुआ है। जब गाँव कनेक्शन की संवाददाता पार्टी के ऑफिस में पहुंची तो पार्टी ऑफिस के बाहर कोई बोर्ड नहीं हुआ लगा था। पार्टी अध्यक्ष नरेंद्र वीर गर्ग के अलावा एक काम करने वाली महिला थी। नरेंद्र वीर गर्ग ने खुद को अवकाश प्राप्त आईएएस अधिकारी बताते हुए महिलाओं के सशक्तिकरण के सम्बन्ध में काफी बातें की।

महिला संवाददाता और राष्ट्रीय अध्यक्ष की बातचीत

संवाददाता: सर मैंने बी.ए पास किया है और मैं शाहजहांपुर से चुनाव लड़ना चाहाती हूं।

नरेंद्र वीर: हां...हां.. क्यों नहीं। हमने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए ही तो यह पार्टी बनाई है।

संवाददाता: सर मुझे टिकट के लिए क्या करना होगा?

नरेंद्र वीर: बहुत ही आसान है। पार्टी के मेम्बर बनने के लिए आप अभी जितनी भी राशि देना चाहती हैं, दे दीजिए। अभी बाद में आपको दस हजार रुपए जमा करने होंगे और शाहजहांपुर का टिकट मिल जाएगा।

संवाददाता: सर दस हजार बहुत ज्यादा है। मेरे परिवार वाले सपोर्ट नहीं करेंगे। क्या कोई और तरीका नहीं है?

नरेंद्र वीर: हम अपनी पार्टी का नुकसान नहीं करेंगे। आप अपने शाहजहांपुर से और महिलाओं को जोड़ो। उनको दस दस हजार में टिकट देंगे और आपको पांच हजार में दें देगे और जो लड़कियां पैसा देंगी, उसमें से भी आपको एक-एक हजार रुपए दे दूंगा।

संवाददाता: सर फिर तो मैं विधायक बन जाऊंगी न?

नरेंद्र वीर: हो क्यों नहीं। आपको विधायक क्या मंत्री बना देंगे। बस आपको अपने क्षेत्र में महिलाओं से वोट मंगाना पड़ेगा। उनको बताना पड़ेगा कि यह पार्टी महिलाओं के लिए काम करती तो वो आपको वोट देंगी। हमको रीता बहुगणा ने टिकट के लिए फोन किया था और टिकट के लिए एक करोड़ देने को तैयार थीं पर हमने उनके इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया। हम उन्हें उत्तराखंड में सीएम का चेहरा बना सकते हैं। आप बस पैसे का इंतजाम करो। बाकी सब काम हो जाएगा।

काम करने वाली महिलाओं ने की शोषण की शिकायत

गर्ग के महिलाओें के प्रति व्यवहार को लेकर उनके यहां काम कर चुकी केयरटेकर किरन से जब फोन पर बात की तो उन्होंने बताया, कोई ऐसा आदमी होगा जो महिलाओं को पैर दबवाने के लिए रखेगा। मुझसे गलत तरीके का व्यवहार करता था इसलिए मैंने छोड़ दिया। नरेंद्र के बारे में जब संवाददाता ने और बातचीत करना शुरु किया तो किरन ने बताया कि बच्ची की उम्र की उसके साथ लड़की रहती है। वो पर्चा बांटने का काम करती है।

मकान मालिक को भी नहीं पता

जिस मकान में गर्ग किराए पर रहा है, उनके मकान मालिक को भी यह नहीं पता कि वो क्या काम कर रहे हैं। एंक्लेव के गार्ड से बात की तो उन्होंने बताया, यह आदमी ठीक नहीं है, जितनी भी लड़कियां आती हैं, मैं अपने स्तर से मना कर देता हूं। अगर यह पार्टी चलाते हैं तो कभी घर से बाहर क्यो नहीं निकलते। लखनऊ में परिवार होने के बावजूद भी एक महिला के साथ क्यों रह रहे हैं।

मगर निर्वाचन जिला अधिकारी को चाहिये शिकायत

खुलेआम ठगी के सुबूत होने के बाद और बिना पंजीकरण के बावजूद राजनैतिक दल का संचालन करने के मामले में जिला निर्वाचन अधिकारी और डीएम सत्येंद्र कुमार सिंह को कार्रवाई के लिए शिकायत का इंतजार होगा। सत्येंद्र कुमार सिंह का कहना है कि यह बहुत आपत्तिजनक बात है। इस मामले में हम कार्रवाई करेंगे। मगर हमको कम से कम किसी व्यक्ति का शिकायत चाहिये होगी।

      

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